Chandrayaan-3: बधाई हो भारत! बस इतना ही बोल सके मिशन निदेशक, ISRO चीफ ने पीठ पर रखा हाथ,जानें पूरी जानकारी विस्तार से
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3
(Chandrayaan-3 Send off) को किया गया लॉन्च चंद्रयान-3 ने अपनी सटीक कक्षा में चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है: मोहन कुमार 23 अगस्त शाम 5 बजकर 47 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान 3 की हो सकती है लैंडिंग
इसरो (ISRO) ने एक बार अपना लोहा दुनिया में मनवा लिया। शुक्रवार (14 जुलाई) को भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक और मील का पत्थर छू लिया है। खनिज, पानी आदि की तलाश में चंद्रयान 3, चांद की ओर बढ़ चला है।
चंद्रयान 3 का वजन कितना है
चंद्रयान-3 एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैस है। इसका वजन करीब 3,900 किलोग्राम है।
दरअसल, चंद्रयान 3 मिशन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद इस मिशन के डायरेक्टर मोहन कुमार अपनी खुशियां बयां करने में थोड़े असमर्थ दिखे। बता दें कि इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर में इसरो के पूर्व अध्यक्ष और अंतरिक्ष वैज्ञानिक के सिवन के अलावा कई वैज्ञानिक मौजूद थे।
चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के साथ ही सतीश धवन स्पेस सेंटर में मौजूद वैज्ञानिकों ने एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी। वहीं, सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ के साथ चंद्रयान 3 मिशन के डायरेक्टर मोहन कुमार अपनी बात रखने के लिए मंच पर आए। मोहन कुमार के मन में कई विचार उमड़ रहे थे।
हालांकि, वो अपनी खुशी शब्दों को बयां न कर सके। ये दृश्य देखकर सेंटर में मौजूद सभी वैज्ञानिक और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी हंसने लगे। इसके बाद उनके पीछे खड़े इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने कहा कि अभी आगे की जानकारी आपको बाद में बताएंगे।
No comments:
Post a Comment